पूर्व शिक्षा मंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के महाराणा प्रताप पर दिए गए बयान पर अब सियासत तेज हो चुकी है करणी सेना ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का पुतला दहन किया और करणी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कहा कि सरकार इसके खिलाफ तुरंत एक्शन ले वरना करणी सेना इसके खिलाफ एक्शन लेगी।
करणी सेना अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना ने कुछ फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया कि
“महाराणा के खिलाफ जो भी बोलेगा उसकी हस्ती मिटा देंगे.. डोटासरा का पुतला दहन…
राजस्थान सरकार डोटासरा के खिलाफ एक्शन ले.. नहीं तो.. श्री राजपूत करणी सेना एक्शन लेगी”
महाराणा के खिलाफ जो भी बोलेगा उसकी हस्ती मिटा देंगे.. डोटासरा का पुतला दहन…
— Mahipalsingh Makrana (@MahipalSinghMKN) February 20, 2022
राजस्थान सरकार डोटासरा के खिलाफ एक्शन ले.. नहीं तो..
श्री राजपूत करणी सेना एक्शन लेगी ????????
जय महाराणा.. pic.twitter.com/z7M8tPiXqi
और उसके बाद ट्विटर पर डोटासरा के समर्थकों ने करणी सेना और महिपाल सिंह मकराना को बुरी तरह लताड़ा और गोविंद सिंह डोटासरा के समर्थन में ट्वीट किए कुछ यूजर्स के द्वारा किए गए ट्वीट हम आपको दिखा रहे हैं।
मंगल जाट नाम की एक यूजर ने कहा कि
”राणा महान थे लेकिन राणा से युद्ध करने मान सिंह ही आया था न की गोविंद डोटासरा
तो आपको पुतला मानसिंह का जलाना चाहिए
बड़ा आया एक्शन लेने वाला”
राणा महान थे लेकिन राणा से युद्ध करने मान सिंह ही आया था ने की गोविंद डोटासरा
— Mangal jaat (@Mangalgotiya01) February 20, 2022
तो आपको पुतला मानसिंह का जलाना चाहिए
बड़ा आया एक्शन लेने वाला
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और एक भील समाज के युद्ध ने कहा कि
राजपूत समाज केवल इतिहास की चोरी करना जानता है और जातिवाद फैलाना जानता है। राणा पूंजा भील राजा थे जिनको आज राजपूत समाज सोलंकी राजपूत बता रहा है।
इसी का री ट्वीट करते हुए संदीप गुर्जर नाम की एक यूजर ने कहा कि
1000 साल पहले का राजपूतों का कोई इतिहास नहीं है और वह कुछ गुर्जर राजाओं को राजपूत बताते हैं जिनमें से एक है पृथ्वीराज चौहान!
तो दोस्तों इस पर आपका क्या कहना है राजपूत समाज की तरफ से इस प्रकार की जातिगत टिप्पणी करने पर क्या समाज में इसका बुरा असर पड़ेगा और वापस जाट और राजपूतों के संबंधों के बीच में खाई पैदा होगी? आप हमें कमेंट में लिख कर बता सकते हैं।